प्रेयसी जो बन जाओ तो स्पर्श करुं तेरे अंगों का। प्रेयसी जो बन जाओ तो स्पर्श करुं तेरे अंगों का।
मेरे पापा का नहीं कोई मोल, वो मेरे लिये हैं अनमोल, जब भी मैं हुई उदास, तब उन्होंने मेरे पापा का नहीं कोई मोल, वो मेरे लिये हैं अनमोल, जब भी मैं हुई उदास, ...
पर हकीकत देखना अपना लिया। क्यूंकि अब दोबारा बेपनाह होने की हिम्मत नहीं होती। पर हकीकत देखना अपना लिया। क्यूंकि अब दोबारा बेपनाह होने की हिम्मत नहीं होती।
मेरे सेंटा मेरे पापा साथ हर दिन निभाते हैं रात हो या दिन मेरी हर मुस्कराहट की खातिर मेरे सेंटा मेरे पापा साथ हर दिन निभाते हैं रात हो या दिन मेरी हर मुस्कर...
तेरी चाह जाने क्यों है मुझे क्यों दिल तड़पता है तेरे लिए। तेरी चाह जाने क्यों है मुझे क्यों दिल तड़पता है तेरे लिए।
बाँस की हँस कर दोहरी होती टहनियाँ,जब बाँसुरी बन सजती हैं,कहती हैं व्यथा बिछोह की,किसी गडरिये के होठो... बाँस की हँस कर दोहरी होती टहनियाँ,जब बाँसुरी बन सजती हैं,कहती हैं व्यथा बिछोह की...